अमित अभी तीन साल का था जब उसकी मां बीमारी के चलते दुनिया छोड़ गई थी उसके पिता ने अमित की खातिर दूसरी शादी नही की हालांकि मां बाप ने बहुत जोर दिया की शादी कर लो ....
अमित को मां ओर तुम्हें सुख दुख बांटने वाली एक पत्नी एक साथी मिल जाएगी....मगर अमित के पिता ने साफ इंकार कर दिया ...
अमित अक्सर पिता से पूछता मेरी मां कहा है......
दोस्तों को मां से प्यार दुलार मिलता देखकर मां की याद आती थी पिता रात मे अक्सर उसे छतपर ले जाकर किसी तारे को दिखाकर कहते वो रही तुमहारी मां...
अमित तारा देखकर खुश हो जाता, लेकिन एकबार घने बादलों के चलते रात मे कोई तारा ना देखकर
अमित बोला मां कहा है पिताजी...
गुस्से पिता ने कहा मर गई तेरी मां...
मुझे अकेला छोडकर.. ओर रोने लगे....
अमित हैरान था मगर संभलते हुए बोला-पापा मे कभी आपको छोडकर नही जाऊंगा...
पिता ने अमित को गले लगा लिया, इसके सालो बाद अमित पढ लिखकर बडा हुआ अब उसे मां ओर तारों की कोई बातें याद नही थी वो दोस्तों संग खुश था एकदिन अमित के दोस्तों ने उसके पिता को आकर बताया उन सभी की मुम्बई मे नौकरी लग गई अच्छी सैलरी पर...
लेकिन अमित जाने को मना कर रहा है
पिताजी हैरान भी थे और कुछ गुस्सा भी ....तभी अमित आ गया ओर वही दोस्तों वाली बात जब पिता ने कही तो फिर से मना कर दिया पिता ने बहुत समझाया कल तुम्हारे दोस्तों के पास बडी गाड़ी बंगले होगे तब पछताओगे ....
अमित मुसकुराते अंदर चला गया, रात को फिर जब पिता ने कहा तो अमित बोला-पापा मेरे दोस्त भले पैसे से अमीर हो जाऐगे मगर संसार की सबसे अनमोल दौलत मेरे पास है ओर वो आप हो....
आपने मुझे मां बाप दोस्त सभी का प्यार दिया जब मुझे उसकी जरूरत थी और आज मे पैसो के लिए आपको छोडकर चला जाऊं...
नही पापा ...मैंने कहा था ना मे सदा आपके पास रहूंगा ओर पापा ये जो आपका साथ है ना बहुत कीमती है नसीबवाले होते है जिनके साथ उनके मां बाप रहते है...
पिताजी आँखों मे आँसू लिए सोच रहे थे...
मेरा बेटा अमित सचमुच खरा सोना है ...
काश ....दुनिया का हर बेटा तुझ सा हो जाए तो दुनिया मे किसी वृद्ध आश्रम की जरूरत ना पडे...
एक सुंदर रचना...
#दीप...🙏🙏🙏🙏
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