मोहित आँफिस में एक बहुत महत्वपूर्ण मीटिंग में व्यस्त थे...
फ़ोन साइलेंट पर था तभी सामने रखे उनके मोबाइल पर मम्मी शब्द फ्लैश हुआ ....
उन्होंने फ़ोन हाथ में लिया, बाकी सभी लोग उन की तरफ देखने लगे थे ...
वह तुरन्त उठे और बोले, “ क्षमा कीजिए, माँ का फ़ोन है कह के वह बाहर चले गये....
उधर से माँ ने कहा, “ कुछ नहीं मोहित.....बस तेरी आवाज़ सुनने का जी चाह रहा था...
सुन ली मन जुड़ा गया....
तू हमेशा खुश रह बेटा, बहुत ऊँचे पद पर है बहुत व्यस्त होगा ...
बस फ़ोन रखती हूं....
“ नही....मम्मी.... तुम बात करो, तुम्हारे लिए तुम्हारा मोहित कभी भी व्यस्त नहीं है...
तुम्हारा अधिकार है जब चाहो मुझसे बात कर लिया करो
मोहित ने आदर व प्यार से कहा फिर भी मां ने हंसते हुए बस फ़ोन रख ही दिया था....
फोन बंद करके मोहित ख्याल आया कि वो एक मीटिंग थे ...मीटिंग में बाकी लोगों की मालूम नहीं अब कैसी प्रति क्रिया होगी ....
कयोंकि अभी पिछले हफ़्ते ही तो यहा इस ऑफ़िस में जॉइन किया है....
जैसे ही बोर्ड रूम में प्रवेश किया वहां उपस्थित सभी लोगों ने खड़े होकर तालियों से उनका स्वागत किया ... महत्वपूर्ण मीटिंग के बीच में से उठ कर माँ से उनका बात करना ही तो वहाँ उपस्थित सभी लोगों के ह्रदय को छू गया था....
एक सुंदर रचना....
#दीप...🙏🙏🙏🙏
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